दरभंगा के इस मंदिर में लगी बलि पर रोक, भक्तों ने कहा- सनातन से छेड़छाड़

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बिहार के मिथिलांचल के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक श्यामा माई मंदिर परिसर में बलि देने की प्रथा पर रोक के मामले में बवाल बढ़ता ही जा रहा है. इस आदेश के बाद से भक्तों में आक्रोश फैला हुआ है. इसके विरोध में कई संगठन सामने आए हैं और इसके खिलाफ आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दी जा रही है. यह पूरा मामला तब शुरू हुआ जब बिहार धार्मिक न्यास समिति ने एक लेटर जारी करके मंदिर में बलि प्रथा पर पूरी तरह से रोक लगाई है.

जानाकारी के मुताबिक जैसे ही बिहार धार्मिक न्यास समिति ने लेटर जारी किया है कई संगठन इसके विरोध में सामने आए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने 25 दिसंबर को सामूहिक बलि देने की घोषणा भी कर दी है. माधेश्वर परिसर बचाओ संघर्ष समिति और बजरंग दल समेत कई संगठनों ने बिहार धार्मिक न्यास समिति के अध्यक्ष अखिलेश जैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया जा रहा है और पुतला दहन किया जा रहा है.

बता दें कि दरभंगा का ये चमत्कारी मंदिर महाराज रामेश्वर सिंह की चिता पर बनाया गया था. यहां पर माता की पूजा तांत्रिक पद्धति से होती है. इसलिए शुरू से ही यहां पर बलि प्रथा का रिवाज चला आ रहा है. हालांकि अब इस मंदिर में बलि देने पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है. इस पूरे मामले में माधवेश्वर समिति के अध्यक्ष रंगनाथ ठाकुर का कहना है कि माधवेश्वर परिसर में हजारों सालों से पूजन परंपरा चली आ रही है. इससे छेड़छाड़ करना धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है.

वहीं विश्व हिंदू परिषद के सह जिला मंत्री राजीव प्रकाश मधुकर का कहना है कि मंदिर में सालों से चली आ रही बलि प्रथा पर न्यास पार्षद ने जो छेड़छाड़ की है वह सीधे सनातन पर हमला है. उन्होंने कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर न्यास समिति आदेश वापस नहीं लेगी तो आंदोलन को और उग्र किया जा सकता है.

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